दंतेवाड़ा। एनएमडीसी डीएवी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के परिसर में यूथ हब-दंतेवाड़ा के सहयोग से वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, छत्तीसगढ़ तथा...
दंतेवाड़ा। एनएमडीसी डीएवी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के परिसर में यूथ हब-दंतेवाड़ा के सहयोग से वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, छत्तीसगढ़ तथा भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में विगत दिवस एक दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में स्वरोजगार और नवाचार को बढ़ावा देना था, जिससे वे आत्मनिर्भर बनकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बना सकें।
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के प्रोजेक्ट लीड, रवि कान्त भारती ने कार्यक्रम के दौरान वर्तमान परिदृश्य में सरकारी नौकरियों की सीमित उपलब्धता और बढ़ती बेरोजगारी को एक गंभीर चुनौती बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में युवाओं को स्वरोजगार के प्रति जागरूक कर उन्हें अपने व्यवसाय का स्वामी बनने के लिए प्रेरित करना आवश्यक है। साथ ही, उन्होंने स्टार्टअप और नवाचार की बढ़ती संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए, प्रशिक्षकों एवं विशेषज्ञों के मार्गदर्शन की अनिवार्यता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के अन्य वक्ताओं में से एक एनएमडीसी डीएवी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूटके प्रतिनिधि ने अपने संबोधन में कहा कि अध्ययनरत छात्रों के लिए उद्यमिता आर्थिक समृद्धि का मूलमंत्र है। ऐसे कार्यक्रम न केवल युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें नवाचार और आर्थिक स्वतंत्रता के अवसर भी प्रदान करते हैं। कार्यक्रम की समन्वयक, हेमलता ने कार्यक्रम में बताया कि छत्तीसगढ़ में युवाओं और महिलाओं के बीच उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने प्रतिभागियों से इस प्रशिक्षण का अधिकतम लाभ उठाकर अपने स्वयं के व्यवसाय स्थापित करने और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में योगदान देने का आह्वान किया। उल्लेखनीय है कि इस एक दिवसीय प्रशिक्षण में 90 प्रतिभागियोंने हिस्सा लिया। साथ ही उन्हें व्यवसाय योजना निर्माण, वित्तीय प्रबंधन, मार्केटिंग, डिजिटल टूल्स, सरकारी योजनाओं तथा विभिन्न व्यावसायिक अवसरों की विस्तृत जानकारी दी गई।
No comments