महासमुंद । जिले के पटेवा छात्रावास में गणतंत्र दिवस की शाम तिरंगा उतारते छात्रा की मौत मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद संज्ञान लेते ...
महासमुंद। जिले के पटेवा छात्रावास में गणतंत्र दिवस की शाम तिरंगा उतारते छात्रा की मौत मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद संज्ञान लेते हुए मामले की गंभीरता से जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं इसी हादसे से गंभीर रूप से घायल छात्रा की हालत समाचार लिखते तक नाजुक बनी हुई है।
आज सुबह लगभग 10 बजे पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मालूम हो कि कल यहां आदिवासी छात्रावास में ध्वजारोहण के बाद झंडा उतारने के दौरान छात्रा की मौत हो गई है।
इस मामले में खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संज्ञान लेकर गंभीरता से जांच के निर्देश देते हुए शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री के निर्देश के त्तकाल बाद कल ही कलेक्टर ने छात्रावास अधीक्षिका ऐश्वरिया साहू को निलंबित कर दिया है, मामले की जांच जारी है।
जानाकरी के मुताबिक जिस छात्रा की मौत हुई है, उसका नाम किरण दीवान है। वह 9 वीं कक्षा की छात्रा थीं। जो छात्रा घायल हुई है, वह कक्षा 10वीं की छात्रा है। ये छात्राएं जिस छात्रावास में निवासरत हैं, उस हॉस्टल कैंपस के अंदर से ही हाईटेंशन तार गुजरी हुई है।झंडा उतारने के दौरान दोनों इसी तार की चपेट में आईं हैं। इसी प्री मैट्रिक आदिवासी छात्रावास में कल बुधवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर ध्वजारोहण किया गया था जिसमें हॉस्टल के सभी बच्चे शामिल हुुए थे।
इसके बाद शाम करीब सवा पांच बजे कन्या छात्रावास में निवासरत ग्राम अल्बा निवासी किरण दीवान 14 वर्ष और उसकी एक सहयोगी छात्रा काजल चौहान 15 साल साकिन भावा दोनों मिलकर ध्वज उतार रहे थे। लोहे के रॉड में ध्वज फहराया गया था।
प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास पटेवा की अधीक्षिका ऐश्वर्या साहू की रिपोर्ट पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल महासमुंद भेजा था। आज सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। बहरहाल हाई टेंशन विद्युत तार के समीप राष्ट्रीय ध्वज फहराने और लापरवाही पूर्वक मासूम बच्चियों से ध्वज उतरवाने को गम्भीर लापरवाही कहा जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है
इसके बाद शाम करीब सवा पांच बजे कन्या छात्रावास में निवासरत ग्राम अल्बा निवासी किरण दीवान 14 वर्ष और उसकी एक सहयोगी छात्रा काजल चौहान 15 साल साकिन भावा दोनों मिलकर ध्वज उतार रहे थे। लोहे के रॉड में ध्वज फहराया गया था।
इस दौरान लोहे का रॉड पास से गुजरे बावनकेरा फीडर के 11 केवी विद्युत तार के संपर्क में आ गया और किरण दीवान ने हाथों में तिरंगा झंडा थामे हुए ही दम तोड़ दिया। जबकि काजल को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास पटेवा की अधीक्षिका ऐश्वर्या साहू की रिपोर्ट पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल महासमुंद भेजा था। आज सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। बहरहाल हाई टेंशन विद्युत तार के समीप राष्ट्रीय ध्वज फहराने और लापरवाही पूर्वक मासूम बच्चियों से ध्वज उतरवाने को गम्भीर लापरवाही कहा जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है
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