उत्तरप्रदेश के चार दिनों के चुनावी दौरे से लौटे सीएम भूपेश बघेल ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी की जनता धर्म-जाति की राजनीति स...
उत्तरप्रदेश के चार दिनों के चुनावी दौरे से लौटे सीएम भूपेश बघेल ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी की जनता धर्म-जाति की राजनीति से ऊब चुकी है। वे अपनी समस्याओं का निदान चाहते हैं। वहां के किसान, महिलाएं, नौजवान सभी परेशान हैं, इसलिए उत्तरप्रदेश की जनता बदलाव चाहती है।
सीएम भूपेश ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा में कहा कि यूपी की जनता भी 25 सौ रुपए में धान बेचना चाहती है। छुट्टे मवेशियों से परेशान लोग गोबर खरीदी के पक्ष में हैं। भूपेश ने कहा कि उन्होंने डोर-टू-डोर कैंपेन के दौरान पाया कि यूपी की जनता, महंगाई, बेरोजगारी से त्रस्त हो चुकी है। उन्होंने योगी सरकार के मंत्री और विधायकों के पार्टी छोड़ने पर कहा कि यह इस बात का परिचायक है कि यूपी की जनता बदलाव चाहती है। छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं को यूपी चुनाव में जिम्मेदारी नहीं देने पर सीएम ने कहा कि यह तो भाजपा के नेताओं को सोचना चाहिए कि यहां उनकी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समेत कई बड़े नेता हैं। इससे स्पष्ट है कि भाजपा की प्राथमिकता में छत्तीसगढ़ है ही नहीं।
राहुल-प्रियंका से मुलाकात कई मुद्दों पर बात हुई
सीएम ने कहा कि दिल्ली में उनकी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात हुई। लगभग आधे घंटे तक उनके बीच बातचीत हुई जिसमें यूपी चुनाव के हालात समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। सीएम ने पूरी रिपोर्ट दी।
टेलीप्राम्पटर ने खोल दी पीएम की पोल
सीएम ने कहा कि पीएम मोदी हमेशा से टेलीप्राम्पटर देखकर भाषण देते हैं। इसी का कमाल है कि उनके द्वारा तक्षशिला को बिहार का हिस्सा बताया गया तो कई बार ऐसे नेताओं की मुलाकात करा दी जो अलग-अलग कालखंड में पैदा हुए थे। लेकिन हाल ही में जब भाषण के वक्त उनका टेलीप्राम्टर बंद हुआ तो उनके सारे ज्ञान बंद हो गए। राहुल गांधी कई बार यह बात बोल चुके हैं कि मोदी जी टेलीप्राम्पटर के बिना कुछ बोल नहीं पाते और आज उनकी पोल खुल गई। इसके खुलासे के बाद अब पूरी दुनिया ने सच काे देख लिया है।
सेंट्रल एजेंसियां अम्पायर की भूमिका में
पंजाब में सीएम चन्नी के रिश्तेदार के यहां छापा पड़ने पर सीएम ने कहा कि जहां-जहां चुनाव होते हैं, वहां विपक्ष के नजदीकी लोगों के यहां रेड पड़ती है, ताकि लोगों को डराया-धमकाया जा सके। उन्होंने कहा कि योगी के रिश्तेदारों के यहां छापा क्यों नहीं पड़ा। दरअसल भाजपा चुनाव लड़ती तो हो ये सेंट्रल एजेंसियां अम्पायर की भूमिका में होती हैं।
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