रायपुर। एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी नेत्री द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है। द्रौपदी को उम्मीदवार बनाने के बाद आदिवासी विधाय...
रायपुर। एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी नेत्री द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है। द्रौपदी को उम्मीदवार बनाने के बाद आदिवासी विधायकों में हलचल तेज हो गई है। प्रदेश में आदिवासी वर्ग के लिए 29 विधानसभा सीट आरक्षित है। आदिवासी वर्ग से दो विधायक भाजपा और 27 विधायक कांग्रेस के हैं। कांग्रेस ने विपक्षी दल के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन दिया है।
ऐसे में कांग्रेस के आदिवासी विधायक यशवंत सिन्हा के पक्ष में मतदान कर सकते हैं। वर्तमान परिस्थितियों में छत्तीसगढ़ के सिर्फ दो आदिवासी विधायक ननकीराम कंवर और डमरूधर पुजारी एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करेंगे। राष्ट्रपति चुनाव के लिए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) ने द्रौपदी का समर्थन किया है। वहीं, बसपा के दो विधायक हैं, जो केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय के आधार पर वोट करेंगे।
आदिवासी वर्ग से आने वाले विधायकों में उत्साह
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि भाजपा ने पहली बार किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। इससे आदिवासी वर्ग से आने वाले विधायकों में अलग उत्साह है। साय ने कहा कि भाजपा के सभी 14 विधायक द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करेंगे। साय ने कहा कि भाजपा ने आदिवासी समाज की नारी शक्ति का अद्वितीय सम्मान किया है। द्रोपदी मुर्मू भारत में आदिवासी समाज से पहली राज्यपाल बनीं और अब वे भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। शिक्षके से लेकर राज्यपाल और अब राष्ट्रपति पद का सफर उनकी योग्यता का प्रतिफल है। जकांछ के तीन विधायकों का समर्थन मिलने से अब एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी के पक्ष में 17 विधायक हो गए हैं।
आदिवासी समाज का बढ़ेगा गौरव : जोगी
वहीं, जनता कांग्रेस अध्यक्ष अमित जोगी ने द्रौपदी का समर्थन करते हुए छत्तीसगढ़ के सभी विधायकों से उनके पक्ष में मतदान की अपील की है। अमित जोगी ने कहा कि मेरे पिता स्व. अजीत जोगी, द्रौपदी मुर्मू का बेहद सम्मान करते थे। छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल्य राज्य है, इसलिए मेरा छत्तीसगढ़ के सभी विधायकों से अनुरोध है कि आदिवासी सम्मान के लिए दलगत निष्ठा से ऊपर उठकर राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को अपना मत दें। देश के सर्वोच्च पद पर पहली बार एक आदिवासी के आसीन होने से देश और आदिवासी समाज का गौरव बढ़ेगा।
कांग्रेस के 27 आदिवासी विधायक
प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के लिए 29 सीट आरक्षित है। इसमें 27 सीट पर कांग्रेस के विधायक हैं। कांग्रेस से आदिवासी वर्ग से गुलाब कमरो, प्रेमसाय सिंह टेकाम, बृहस्पत सिंह, चिंतामणि महाराज, डा प्रीतम राम, अमरजीत भगत, विनय भगत, मोहन मरकाम, राजमन बेंजाम, कवासी लखमा, देवती कर्मा, चंदन कश्यप, लखेश्वर बघेल, विक्रम मंडावी, संतराम नेताम, शिशुपाल सोरी, मनोज मंडावी, अनूप नाग, इंद्रशाह मंडावी, अनिला भेड़िया, लक्ष्मी धु्रव, केके ध्रुव, मोहित राम, लालजीत राठिया, चक्रधर सिंह सिदार, रामपुकार सिंह, यूडी मिंज विधायक हैं।
यह है विधानसभा में सीट का समीकरण
विधानसभा में 71 विधायक कांग्रेस, 14 विधायक भाजपा, तीन विधायक जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और दो विधायक बसपा के हैं।
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