महाराष्ट्र में पिछले दिनों सियासी घमासान अब शायद खत्म होने के मुहाने पर पहुंच चुका है. ये राजनीति हलचल किसी फिल्म की कहानी जैसी थी. अब पूरे ...
महाराष्ट्र में पिछले दिनों सियासी घमासान अब शायद खत्म होने के मुहाने पर पहुंच चुका है. ये राजनीति हलचल किसी फिल्म की कहानी जैसी थी. अब पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठने लगा है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि महाराष्ट्र में जो भी राजनीतिक घटनाक्रम रहा, उसकी पल-पल की जानकारी देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को दी जा रही थी. देवेंद्र फडणवीस किसी तरह का पद लेना नहीं चाहते थे लेकिन अंतिम समय में पीएम मोदी (PM Narendra Modi) का दो बार कॉल आया और वे टाल नहीं सके
फडणवीस को थी हर बात की जानकारी
सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र में बीजेपी ने 90 फीसदी फैसले भी फडणवीस पर छोड़ दिए थे. यही वजह है कि महाराष्ट्र के पूरे सियारी घटनाक्रम पर फडणवीस पिछले 15 दिनों से नजर रख रहे थे. इतना ही नहीं फडणवीस सरकार से बाहर रहकर शिंदे को समर्थन देना चाहते थे. लेकिन बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के कहने पर उन्होंने डिप्टी सीएम के पद को स्वीकार किया. एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि यह कहना बहुत दूर की बात है कि फडणवीस को लूप में नहीं रखा गया था.
पीएम मोदी ने किया दो बार कॉल
सूत्रों के अनुसार, देवेंद्र फडणवीस सरकार में कोई पद नहीं लेना चाहते थे. लेकिन अंतिम वक्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फडणवीस को दो बार कॉल किया. फडणवीस पीएम मोदी की बात को नहीं टाल पाए और उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. इसके साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्विटर पर फडणवीस से अपील की थी.
पार्टी ने फैसले पर दोबार विचार करने के लिए कहा
बीजेपी के एक बड़े नेता ने बताया कि देवेंद्र फडणवीस को किसी तरह का पार्टी की तरफ से निर्देश नहीं दिया गया था. किसी को नहीं पता था कि वो सरकार का हिस्सा नहीं बनने की घोषणा करेंगे. हालांकि पार्टी की तरफ से उन्हें अपने फैसले पर पुर्नविचार करने के लिए कहा गया था.
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