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गुरु पर भारी पड़े शिष्य, बीजेपी के बृजमोहन अग्रवाल को बढ़त

  छत्तीसगढ़ के जिन वीआईपी उम्मीवारों पर नजरें टिकीं हुई हैं उनमें एक नाम बीजेपी उम्मीदवार बृजमोहन अग्रवाल का भी है। वह रायपुर जिले की रायपुर...

 


छत्तीसगढ़ के जिन वीआईपी उम्मीवारों पर नजरें टिकीं हुई हैं उनमें एक नाम बीजेपी उम्मीदवार बृजमोहन अग्रवाल का भी है। वह रायपुर जिले की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी के अभेद्य किले के रूप में जाने जाने वाली ये सीट हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है जहां बृजमोहन अग्रवाल का मुकाबला प्राचीन दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास से होगा। इस साल इस सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प माना जा रहा है क्योंकि बृजमोहन अग्रवाल महंत राम सुंदर दास को अपना गुरु मानते हैं। ऐसे में यहां गुरु शिष्य का दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। यहां हम आपको रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर मतगणना की सबसे पहले और सबसे सटीक अपडेट देंगे।


1.55 pm: बृजमोहन अग्रवाल कांग्रेस उम्मीदवार महंत रामसुंदर दास को पीछे छोड़ लगातार बढ़त बनाए हुए हैं।


11.34 am: बृजमोहन अग्रवाल रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर1400 वोटों से आगे चल रहे हैं।


11.28 am: बीजेपी के बृमोहन अग्रवाल अपने गुरु और कांग्रेस उम्मीदवार महंत रामसुंदर दास पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। उन्होंने लगातार बढ़त बनाई हुई है।


9.36 am: रायपुर दक्षिण में पहले राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है। यहां से बीजेपी उम्मीदवार बृजमोहमन अग्रवाल बढ़त बनाए हुए हैं।


8.32 am: रायपुर दक्षिण सीट पर शुरुआती रुझानों में बीजेपी के बृजमोहन अग्रवाल आगे चल रहे हैं।


8.00 am: रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर वोटों की गिनती शुरू हो गई हैं। यहां 90 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान हुआ था। ये छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से एक है।


बता दें महंत रामसुरंदर दास सीएम भूपेश बघेल के करीबी माने जाते हैं। पिछली बार इस सीट से चुनाव लड़ चुके कन्हैया अग्रवाल का टिकट काट कर कांग्रेस ने रामसुंदर दास को मौका दिया है। बृजमोहन अग्रवाल इस सीट से 7 बार विधायक रह चुके हैं जबकि कांग्रेस हर साल नया उम्मीदवार खड़ा करती हैं। हालांकि अभी तक बीजेपी के इस किले को भेदने में कामयाब नहीं हो पाई है। 


बीजेपी का अभेद्य किला


कांग्रेस इस सीट पर जीत हासिल करने का सपना देखती रही है क्योंकि इस सीट को वो पिछले चुनावों में उस वक्त भी नहीं भेद पाई थी जब कांग्रेस की आंधी थी। ऐसे में अब महंत के सहारे वो अपने इस सपने को साकार करने की कोशिश कर रही हैं। वहीं पिछले 35 सालों से इस सीट से विधायक बृजमोहन अग्रवाल के सामने इस बार चुनौती बड़ी क्योंकि इस बार उनका मुकाबला अपने गुरु से है। 2018 में उन्होंने 52.70 फीसदी वोटों के साथ जीत हासिल की थी जबकि कांग्रेस उम्मीदवाक कन्हैया अग्रवाल को 40.82 वोट ही मिले थे।

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