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हर घर गुब्बारा कार : अनुभव से शिक्षा और विज्ञान की अवधारणा को समझ रहे छात्र

सूरजपुर, 26 फरवरी 2024 | राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर, जिला शिक्षा अधिकारी ललित राम पटेल के आदेशानुसार 28 फरवरी 2024...

सूरजपुर, 26 फरवरी 2024 | राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर, जिला शिक्षा अधिकारी ललित राम पटेल के आदेशानुसार 28 फरवरी 2024 विज्ञान दिवस के अवसर पर हर घर गुब्बारा कार का आयोजन किया जा रहा है जिसमे शासकीय माध्यमिक शाला पतरापाली के बच्चे भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। शिक्षा जीवन का आधार है और बिना शिक्षा के मनुष्य का जीवन अर्थहीन व दिशाहीन हो जाता है। समय के साथ-साथ शिक्षा और अध्ययन में बदलाव भी देखने को मिला है। एक समय था जब न्यूटन के नियम हमें केवल तख्तों पर दिखे हुए मिलते थे, पर आज ये सब बच्चे खुद प्रयोग करके देख रहे हैं। हमने अब तक पेट्रोल, डीजल, सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहन के बारे में सुना है। अब हम उस कार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नाम है गुब्बारा कार। जिले में शिक्षा को अनुभव का स्वरूप देते हुए हर घर गुब्बारा कार अभियान में बच्चों की हिस्सेदारी सुनिश्चित की जा रही है। प्रत्येक विद्यालयों में गुब्बारों के माध्यम से गुब्बारे वाली कारें चलाई जा रही हैं। स्कूली बच्चों में इस अभियान को लेकर अच्छी हिस्सेदारी देखने को मिल रही है। रामानुजनगर विकासखंड के पतरापाली में एक साथ पचास गुब्बारे वाली गाड़ियां अलग-अलग कक्षाओ में बनाई गईं और इसका प्रदर्शन भी किया गया। विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने नवाचार और खिलौना आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह प्रयोग किया जा रहा है।

कबाड़ का जुगाड़ भी
संस्था के शिक्षक योगेश साहू ने बताया कि इसके लिए विद्यालय में कबाड़ से जुगाड़ कर सामग्री जैसे पुराने खिलौने, प्लास्टिक बॉटल, गत्ते के टुकड़े और गुब्बारा आदि एक दिन पहले एकत्रित किए जा रहे हैं। इसके बाद यह गुब्बारा कार बनाया जा रहा है। इससे विद्यार्थियों में सृजनात्मक क्षमता की वृद्धि हो रही है। बच्चे खेल-खेल में इसकी विज्ञान के सभी पहलुओं को समझ रहे हैं। ऐसे  आयोजन शिक्षा के क्षेत्र में जब होते हैं तो इसका बेहतरीन परिणाम देखने को मिलता है। बच्चों की प्रतिभा देखते ही निखर रही थी कबाड़ से इतने बेहतरीन जुगाड बनाए गए। दरअसल, यह अवसर था ये जानने का कि आखिर हवा से भी कार चल सकती है, ये बच्चे अब जूनियर वैज्ञानिक बने हुए हैं। आगामी 28 फरवरी को विज्ञान दिवस पर इसकी प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।

बच्चों ने बनाए बेहतरीन मॉडल
पूरे जिले भर में यह आयोजन किया जा रहा है। बच्चों ने गुब्बारे वाली कार बनाने का जब विषय मिला तो उन्होंने अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया। हर जगह से वो तस्वीर सामने आई, जहां विद्यालयों में चटक रंगी छटा बिखरने लगी। आज कार्यक्रम में प्रधान पाठक बी आर हितकर, संकुल समन्वयक जी डी सिंह, महेन्द्र पटेल, अनिता सिंह, कृष्ण यादव, योगेश साहू, रघुनाथ जायसवाल, भृत्य सरिता सिंह एवं सभी छात्र छात्राएं उपस्थित थे।


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