गरियाबंद। कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग एवं मिशन वात्सल्य, सखी वन स्टॉप सेंटर तथा आ...
गरियाबंद। कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग एवं मिशन वात्सल्य, सखी वन स्टॉप सेंटर तथा आकांक्षी ब्लॉक अंतर्गत गरियाबंद एवं मैनपुर आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के विभिन्न संकेतों के बारे में समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम मैनपुर एवं गरियाबंद में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत विभिन्न संकेतों के बारे में समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी परियोजना अधिकारियों एवं सुपरवाईजर को नीति आयोग द्वारा निर्धारित सभी सात संकेत को प्रतिमाह निर्धारित समयावधि में शत प्रतिशत पूर्ण कर लक्ष्य प्राप्ति करने के निर्देश दिये। उन्होंने इन संकेतों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं करने को कहा।
कलेक्टर अग्रवाल ने महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं , सेवाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति शत - प्रतिशत हो यह सुनिश्चित करें। बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर निर्धारित मेन्यू के अनुसार नाश्ता एवं गर्म भोजन भी उपलब्ध कराये। पोषण ट्रेकर के माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति की एण्ट्री करें। पूरक पोषण आहार कार्यक्रम अंतर्गत मध्यम कुपोषित बच्चों को लाभान्वित करें तथा गर्भवती, शिशुवती एवं किशोरी बालिकाओं को भी पूरक पोषण आहार प्रदान करें। वजन त्यौहार अंतर्गत बच्चों का वजन अनिवार्य रूप से ले। अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल 2024 से 23 अक्टूबर 2024 तक 76 बच्चों को पोषण पुर्नवास केन्द्र के माध्यम से लाभान्वित किया गया है। कलेक्टर ने जिले के 334 ग्राम पंचायतों एवं 6 नगरीय निकायों में पंचायतवार बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए सीडीपीओ एवं सुपरवाइजर लक्ष्य निर्धारित कर कुपोषण की स्थिति में सुधार लाए। बैठक में आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन तथा कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की शेष रिक्त पदों की नियुक्ति पात्रता अनुसार करने के निर्देश दिये। नियुक्ति में किसी प्रकार की शिकायते नहीं आने चाहिए। बताया गया कि जिले में 69 नवीन आंगनबाड़ी केन्द्र स्वीकृत किये गये है। जल जीवन मिशन के तहत जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वच्छ पेयजल के लिए रनिंग वॉटर की व्यवस्था की जा रही है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों के 751 आंगनबाड़ी केन्द्रों में रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा चुकी है। कलेक्टर ने सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जिले के बचे हुए सभी 10 वर्ष के बालिकाओं को इस योजना से लाभान्वित करने के निर्देश दिये।
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