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नक्सलियों ने ग्रामीण को उतार मौत के घाट

  बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से एक बार फिर नक्सलियों की बर्बरता सामने आई है। बीती रात नक्सलियों ने एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया...

 


बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से एक बार फिर नक्सलियों की बर्बरता सामने आई है। बीती रात नक्सलियों ने एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया। मृतक ताटी कन्हैया बामनपुर पंचायत के पोषड़पल्ली गांव का रहने वाला था। मृतक ग्रामीण के पास नक्सलियों के मद्देड एरिया कमेटी माओवादी ने पर्चा लिखकर छोड़ा है। वहीं इस घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ हैं। पूरा मामला भोपालपटनम थाना क्षेत्र का है, फ़िलहाल आधिकारिक पुष्ठी नहीं हुई है।

वहीं बीते सप्ताह सुकमा जिले के जगरगुण्डा निवासी शिक्षादूत की नक्सलियों ने शनिवार को पुलिस मुखबरी का आरोप लगाते हुए जन अदालत लगाकर ग्रामीणों की मौजूदगी में लाठी डंडे से पीटने के बाद रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी। जगरगुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम गोंदपल्ली निवासी शिक्षादूत दूधी अर्जुन की माओवादियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में जनअदालत लगाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद नक्सलियों ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं देने का फरमान जारी किया था, जिसके बाद डर के चलते इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी।

लाठी डंडे से पिटाई करने के बाद रस्सी से गला घोट दिया। मृतक शिक्षादूत जगरगुंड़ा थाना क्षेत्र के गोंदपल्ली गांव का निवासी था। एक माह में जनअदालत लगाकर नक्सलियों ने छठवीं हत्या की है। बौखलाहट में नक्सली, आम लोगों को बना रहे निशाना पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत अब तक अलग अलग मुठभेड़ में 153 माओवादियों को मौत के घाट उतार चुकी है।

नक्सलियों का इलाके में भय समाप्त होने व बौखलाहट में नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों को पुलिस मुखबरी के आरोप में निशाना बनाया जा रहा है। यही वजह है कि शिक्षादूत की हत्या कर दी गई हालांकि नक्सली हत्या से पहले कई बार चेतावनी देते है फिर भी नहीं मानने पर हत्याकांड को अंजाम दिया जाता है, लेकिन शिक्षादूत की हत्या से पूर्व किसी तरह की चेतावनी नहीं दी गई थी।

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