रायपुर। राज्यपाल रमेन डेका ने शुक्रवार को जिले के प्रवास के दौरान राजनांदगांव स्थित भगवान महावीर समता वृद्धाश्रम में वृद्धजनों से मुलाकात की...
रायपुर। राज्यपाल रमेन डेका ने शुक्रवार को जिले के प्रवास के दौरान राजनांदगांव स्थित भगवान महावीर समता वृद्धाश्रम में वृद्धजनों से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने वृद्धजनों को फल प्रदान कर उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वृद्धजनों के कल्याण के लिए वृद्धा पेंशन योजना संचालित है। वृद्धा पेंशन योजना से सभी वृद्धजनों को लाभान्वित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। राज्यपाल ने समता मंच वृद्धाश्रम को एक लाख रूपए की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की। राज्यपाल ने कहा कि समता मंच द्वारा यह बहुत बड़ा कार्य किया जा रहा है। वृद्धाश्रम में वृद्धजन पारिवारिक एवं अन्य समस्याओं के कारण ही आते हैं और यह समस्या केवल एक क्षेत्र विशेष की नहीं बल्कि पूरे देश की है। उन्होंने यह भी कहा कि वृद्धजन अपने आप को अकेला मत सोचें, यहां अच्छे से रहें और आज के बारे में सोचें, अतीत में क्या हुआ है, उसके बारे में सोचकर दुखी न रहें।
इस अवसर पर संरक्षक समता वृद्धाश्रम के संरक्षक श्री गौतम पारख ने बताया कि वर्ष 1995 में इस संस्था की स्थापना की गई। वर्ष 2005 से एक एकड़ में बने भवन में वृद्धाश्रम संचालित किया जा रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं वर्तमान के विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह द्वारा इस वृद्धाश्रम के भवन का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया, तब से इस भवन में वृद्धाश्रम संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह संस्था जनसहयोग से चल रही है। जनसहयोग से लगभग एक करोड़ रूपए की सहायता राशि मिल चुकी है। इसके साथ-साथ शासन-प्रशासन का हमेशा सहयोग मिलता रहा है। राज्यपाल रमेन डेका ने आज जिले के प्रवास के दौरान राजनांदगांव स्थित श्री भगवान महावीर समता वृद्धाश्रम में वृद्धजनों से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने वृद्धजनों को फल प्रदान कर उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वृद्धजनों के कल्याण के लिए वृद्धा पेंशन योजना संचालित है। वृद्धा पेंशन योजना से सभी वृद्धजनों को लाभान्वित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। राज्यपाल ने समता मंच वृद्धाश्रम को एक लाख रूपए की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की। राज्यपाल ने कहा कि समता मंच द्वारा यह बहुत बड़ा कार्य किया जा रहा है। वृद्धाश्रम में वृद्धजन पारिवारिक एवं अन्य समस्याओं के कारण ही आते हैं और यह समस्या केवल एक क्षेत्र विशेष की नहीं बल्कि पूरे देश की है। उन्होंने यह भी कहा कि वृद्धजन अपने आप को अकेला मत सोचें, यहां अच्छे से रहें और आज के बारे में सोचें, अतीत में क्या हुआ है, उसके बारे में सोचकर दुखी न रहें।
इस अवसर पर संरक्षक समता वृद्धाश्रम के संरक्षक श्री गौतम पारख ने बताया कि वर्ष 1995 में इस संस्था की स्थापना की गई। वर्ष 2005 से एक एकड़ में बने भवन में वृद्धाश्रम संचालित किया जा रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं वर्तमान के विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह द्वारा इस वृद्धाश्रम के भवन का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया, तब से इस भवन में वृद्धाश्रम संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह संस्था जनसहयोग से चल रही है। जनसहयोग से लगभग एक करोड़ रूपए की सहायता राशि मिल चुकी है। इसके साथ-साथ शासन-प्रशासन का हमेशा सहयोग मिलता रहा है।
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